उत्तराखंडचार धामदेहरादून

अब गर्भगृह में जाकर भक्‍त कर रहे बाबा केदार के दर्शन

श्रद्धालु अब केदारनाथ धाम में मंदिर के गर्भगृह में जाकर स्वयंभू शिवलिंग के दर्शन कर रहे हैं। यह व्‍यवस्‍था मंगलवार से शुरू की गई है। अभी तक तीर्थयात्री सभामंडप से ही दर्शन कर रहे थे। गत दिवस प्रशासन, बदरी केदार मंदिर समिति (बीकेटीसी) व तीर्थपुरोहितों के बीच वार्ता के बाद गर्भगृह में जाकर दर्शन करने की अनुमति प्रशासन ने दी थी।बीकेटीसी मुख्य कार्याधिकारी योगेंद्र सिंह ने मंगलवार को केदारनाथ धाम पहुंचकर श्रद्धालुओं को गर्भगृह से स्वयंभू शिवलिंग के दर्शन की व्यवस्थाओं को देखा। उन्होंने स्वयं भी व्यवस्थाएं बनाने का कार्य किया।

साथ ही कर्मचारियों को जरूरी दिशा-निर्देश भी दिए। उन्होंने बताया कि केदारनाथ धाम में तीर्थयात्रियों की लगातार संख्या बढ़ रही है। जिस कारण तीर्थयात्री सभामंडप से ही दर्शन कर रहे थे, इस पर सोमवार को केदारसभा ने एतराज जताया था।

इसके बाद प्रशासन, बीकेटीसी, केदारसभा व तीर्थपुरोहितों के बीच वार्ता हुई और गर्भगृह में दर्शन कराने पर सहमति बनी। सहमति के तहत ही भक्तों को गर्भगृह में जाकर दर्शन करवाए गए। बीकेटीसी कार्याधिकारी आरसी तिवारी ने बताया कि मंगलवार को आपसी समन्वयन से प्रात:काल से अपराह्न तीन बजे तक श्रद्धालुओं ने मंदिर गर्भगृह में दर्शन किए। अपराह्न तीन बजे से चार बजे तक भोग लगाया गया, इस दौरान कपाट बंद रहे। इसके बाद पुन: अपराह्न बाद तीर्थ यात्री सभा मंडप से भगवान केदारनाथ के श्रृंगार दर्शन कर रहे हैं।

प्रभारी सचिव ने सिरोबगड़ से गौरीकुंड तक जांचीं यात्रा व्यवस्थाएं

स्वास्थ्य सचिव व प्रभारी सचिव यात्रा डा. आर राकेश कुमार ने केदारनाथ यात्रा व्यवस्थाओं के तहत गौरीकुंड हाईवे पर व्यवस्थाएं जांचीं। साथ ही तीर्थयात्रियों से वार्ता कर व्यवस्थाओं को लेकर उनसे चर्चा की।

सचिव ने कहा कि राज्य सरकार का उद्देश्य है कि चारधाम में जो भी श्रद्धालु दर्शन करने आ रहे हैं उन्हें सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं। इसी उद्देश्य से यात्रा के लिए की जा रही तैयारियों एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा की जा रही है। ताकि जिला स्तर पर जो सुविधाएं एवं व्यवस्थाएं उपलब्ध नहीं कराई जा सकी हैं, उसका तत्काल संज्ञान लेते हुए शासन स्तर से उस व्यवस्था एवं सुविधा को तत्काल उपलब्ध कराया जा सके।

इससे तीर्थ यात्रियों को कोई असुविधा एवं परेशानी न हो। प्रभारी सचिव ने सिरोबगड़ से सोनप्रयाग तक विभिन्न यात्रा पड़ावों का निरीक्षण करते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों को निर्देश दिए कि स्लाइडिंग जोन में जेसीबी मशीनों की उपलब्धता सुनिश्चित हो तथा यात्रा मार्ग बाधित होने पर उसे तत्काल आवाजाही के लिए सुचारू किया जा सके।

पार्किंग व्यवस्था को लेकर उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन की ओर से पार्किंग का उचित प्रबंधन किया गया है, किंतु भारी संख्या में श्रद्धालुओं के निरंतर आने के कारण जगह-जगह जाम की स्थिति बनी हुई है। इसके लिए उन्होंने केदारनाथ यात्रा पड़ाव सीतापुर, सोनप्रयाग आदि स्थानों पर पार्किंग फुल होने पर यातायात को पहले ही रोकने को कहा। ताकि जाम की स्थिति न होने पाए।

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