अल्मोड़ा में बन रहे होटल और होमस्टे की आड़ में हो रहे अतिक्रमण पर प्रशासन की नजर
अल्मोड़ा में पर्यटन में कारोबार की संभावना को देखते हुए लगातार होटल और होम स्टे बढ़ते जा रहे है। इसका फायदा उठा कई जगहों पर अतिक्रमण भी हो रहा है। इसको लेकर क्षेत्र के लोगों के साथ प्रशासन भी अलर्ट हो गया है। प्रशासन अब अतिक्रमणकारियों पर नजर रख रहा है। वर्तमान में जिले में 675 होटल, होम स्टे हैं और 47 निर्माणाधीन हैं।जिले में पर्यटन की अपार संभावनाओं को देखते हुए कई योजनाएं संचालित है। इसका फायदा स्थानीय लोगों को कम ही मिल रहा है। अधिकतर बाहरी क्षेत्र के लोग इसका फायदा उठा रहे हैं। उन्होंने इन क्षेत्रों में बड़े-बड़े होटल और रिजॉर्ट बना लिए है। कुछ होटल, रिजॉर्ट और होम स्टे तो मानकों के अनुरूप भी नहीं बने हुए हैं। कई जगहों पर कब्जे की भी शिकायत आई है। जिस पर जांच भी चल रही है।
बन रहे इतने होटल
वर्तमान में जिले के पर्यटन क्षेत्रों में 238 होटल, रिजॉर्ट और 437 होम स्टे है। कुल 675 होटल और होम स्टे पर्यटन विभाग में पंजीकृत हैं। वहीं 47 होटल, होम स्टे निर्माणाधीन हैं। प्रतिवर्ष यहां लाखों देशी-विदेशी सैलानी पहुंचते हैं। इसको देखते हुए शासन-प्रशासन लगातार सुविधाओं का विस्तार कर रहा है।
बाहरी क्षेत्रों के लोगों को जमीन बेचने का विरोध
बाहरी क्षेत्रों के बढ़ते दखल को देखते हुए अब लोगों ने विरोध करना भी शुरू कर दिया है। ज्योली, फलसीमा सहित कई क्षेत्रों में लोगों ने बाहरी क्षेत्रों के लोगों को जमीनें नहीं बेचने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि अगर कोई जमीन बेचेगा तो सामाजिक बहिष्कार किया जाएगा। फिलहाल किसी प्रकार के अतिक्रमण की जानकारी नहीं है। अगर कहीं अतिक्रमण की जानकारी मिली तो कार्रवाई की जाएगी।- अमित लोहनी, जिला पर्यटन अधिकारी, अल्मोड़ा