आज से 5 दिन बंद रहेगी केदारनाथ हेलीकॉप्टर सर्विस,
रुद्रप्रयाग: अगर आप भी आने वाले चार-पांच दिनों में केदारनाथ यात्रा करने की सोच रही है और आपके साथ में कोई बुजुर्ग या फिर छोटे बच्चे मौजूद हैं जिनको आप हेलीकॉप्टर से केदारनाथ दर्शन करवाना चाहते हैं तो जरा अपनी इस प्लानिंग में फिर बदल कर दीजिए
क्योंकि आने वाले 5 दिनों तक केदारनाथ में हेली सेवाएं बंद रहेगी। वजह है नई दिल्ली में जी-20 देशों के शिखर सम्मेलन का आयोजन। जी हां दिल्ली में हो रहे जी-20 मीट की वजह से केदारनाथ में हेलीकॉप्टर सेवाओं को 5 दिनों के लिए स्थगित कर दिया गया है। सम्मेलन में आने वाले मेहमानों की सुरक्षा को देखते हुए पांच दिन के लिए केदारनाथ हेलिकॉप्टर सेवा बंद करने का फैसला किया गया है। नई दिल्ली में आयोजित होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन की सुरक्षा को लेकर केदारनाथ हेलिकॉप्टर सेवा 7 से 11 सितंबर तक बंद रहेगी। इस दौरान श्रद्धालुओं को पैदल मार्ग से ही आवाजाही करनी पड़ेगी। सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए शासन ने यह निर्णय लिया है। बुधवार को केदारनाथ के लिए तीन हेली कंपनियों के हेलिकॉप्टर उड़ान भरी थी। केदारनाथ हेलिकॉप्टर सेवा के नोडल अधिकारी व जिला पर्यटन अधिकारी राहुल चौबे ने बताया, नई दिल्ली में जी-20 देशों के शिखर सम्मेलन का आयोजन होना है, ऐसे में सम्मेलन में आने वाले मेहमानों की सुरक्षा को देखते हुए पांच दिन के लिए केदारनाथ हेलिकॉप्टर सेवा बंद करने का फैसला किया गया है।
12 सितंबर से हेलिकॉप्टर सेवा पहले की तरह संचालित होगी। हेली सेवाओं की वजह से कई श्रद्धालुओं को बाबा केदार के दर्शन करने में सहूलियत होती है, खासकर की ऐसे यात्री जो कि स्वास्थ्य की वजह से ज्यादा चढ़ाई नहीं कर सकते, या फिर ऐसे यात्री जो की उम्र दराज है और पहाड़ों पर चढ़ना उनके लिए लगभग नामुमकिन है ऐसे यात्रियों के लिए हेली सेवा वरदान के रूप में उभरी है। वहीं राहुल चौबे ने केदारनाथ में संचालित हो रही हेली सेवाओं के डेटा की जानकारी देते हुए कहा कि 25 अप्रैल से शुरू हुई केदारनाथ यात्रा में नौ हेली कंपनियों में से आठ ने 30 जून तक सेवा दी थी। वहीं बरसात के चलते छह हेली कंपनियां वापस लौट गईं। जबकि ट्रांस भारत और हिमालयन एविएशन के हेलिकॉप्टर पूरे बरसात के सीजन में उड़ान भरते रहे। अब पवन हंस हेली कंपनी का हेलिकॉप्टर भी उड़ान भर रहा है। यात्राकाल में अभी तक हेलिकॉप्टर से 71,760 श्रद्धालु केदारनाथ पहुंचे हैं।