उत्तराखंड के 7 जिलों में अगले 5 दिन तक होगी मूसलाधार बारिश, भूस्खलन का भी डर
पर्वतीय इलाकों में भूस्खलन की वजह से जगह-जगह सड़कें बंद हैं। यातायात व्यवस्था ठप पड़ गई है।
पिथौरागढ़: उत्तराखंड में मौसम खराब है। बारिश ने लोगों को गर्मी से राहत तो दी है, लेकिन उनकी मुश्किलें भी बढ़ाई हैं। पर्वतीय इलाकों में भूस्खलन की वजह से जगह-जगह सड़कें बंद है
यातायात व्यवस्था ठप पड़ गई है। इसी तरह मैदानी इलाकों में जलभराव लोगों की मुश्किलें बढ़ा रहा है। अगले पांच दिनों तक मौसम के बदले मिजाज से राहत नहीं मिलेगी। आज भी नैनीताल, चंपावत, बागेश्वर और पिथौरागढ़ में भारी बारिश हो सकती है। गर्जन के साथ आकाशीय बिजली चमकने तेज वर्षा के कई दौर होने की संभावना है। इसे देखते हुए येलो अलर्ट जारी किया गया है। 1 जुलाई को पर्वतीय जिलों में कहीं-कहीं गर्जन के साथ आकाशीय बिजली चमकने और तीव्र वर्षा के दौर होने की संभावना है। 2 जुलाई को भी यही स्थिति रहेगी। बारिश का दौर जारी रहेगा।
जुलाई को नैनीताल, चंपावत और पिथौरागढ़ में रहने वाले लोग सावधान रहें, यहां भारी बारिश होने की संभावना है। 4 जुलाई को नैनीताल, टिहरी, पौड़ी, देहरादून, चंपावत और पिथौरागढ़ में रहने वालों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। यहां भारी बारिश हो सकती है। बारिश के चलते संवेदशनशील जगहों में भूस्खलन की घटनाएं देखने को मिल सकती हैं। जिससे सड़कें बंद हो सकती हैं। बिजली गिरने से जानमाल की हानि हो सकती है। नदियों-गदेरों का जलस्तर बढ़ेगा। नदी किनारे रहने वालों को सुरक्षित जगहों पर जाने की सलाह दी गई है। किसानों से कटी हुई फसल सुरक्षित जगहों पर रखने और पानी की निकासी का इंतजाम करने को कहा गया है। कुल मिलाकर अगले कुछ दिन मुश्किलभरे रहने वाले हैं। इसलिए सावधान रहें। पहाड़ों की यात्रा के दौरान सावधानी बरतें।