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उत्तराखंड: दो गुटों में खूनी जंग,

30 घंटे बाद जब मृतक का अंतिम संस्कार हो गया, तब कहीं जाकर पुलिस ने राहत की सांस ली। इस दौरान हल्दुआ गांव छावनी में तब्दील रहा। बता दें कि 14 नवंबर को हल्दुआ गांव में बाइक हादसे के बाद हुई मारपीट में अरुण और अजय नाम के युवक घायल हो गए थे। बताया जा रहा है कि बाइक बेकाबू होकर किसी व्यक्ति से टकरा गई थी, जिसके बाद कुछ लोगों ने अरुण और अजय को पीट दिया था। रविवार को अरुण नाम के युवक की मौत हो गई, जिसके बाद लोगों में गुस्सा भड़क उठा। हिंदूवादी संगठनों के साथ ही अन्य दलों के लोग भी स्वजनों के समर्थन में उतर आए। करीब 30 घंटे तक मामले को लेकर गांव में माहौल तनावपूर्ण बना रहा। गांव में कई थानों की पुलिस और पीएसी तैनात कर दी गई। हंगामे के बीच परिजन लगातार आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। गिरफ्तारी न होने पर आत्मदाह की चेतावनी भी दी। पुलिस अफसरों ने लोगों को समझाने की कोशिश की, लेकिन वो नहीं माने। इस बीच पुलिस ने मारपीट करने वाले आरोपी जुनैद और उसके साथियों के खिलाफ हत्या की धारा बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। फिलहाल पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। उधर अरुण के शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया है। अरुण के पिता कृष्णपाल ने शमशान घाट में शव को मुखाग्नि दी। अचानक हुई इस घटना के बाद स्वजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। अरुण की माता बेटे के गम में बार-बार बेहोश हो रही है। मामले की जांच किच्छा कोतवाल को सौंपी गई है।

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