उत्तराखंड में कुछ राहत, लेकिन आज भी हल्की वर्षा-बर्फबारी के आसार
उत्तराखंड में भारी वर्षा-बर्फबारी थमने से कुछ राहत है, लेकिन अब भी पहाड़ों में बादल मंडरा रहे हैं। धूप और बादलों की आंख-मिचौनी के बीच वर्षा के आसार बने हुए हैं।
मौसम विभाग की ओर से प्रदेश में मौसम शुष्क रहने से लेकर आंशिक बादल छाने का पूर्वानुमान जताया गया है। पर्वतीय क्षेत्रों में हल्की वर्षा-बर्फबारी के आसार हैं। मैदानी क्षेत्रों में मौसम शुष्क रहने और कहीं-कहीं आंशिक बादलों के बीच बूंदाबांदी की आशंका है।
मलबा व पत्थर आने से बंद यमुनोत्री हाईवे खुला
वहीं मरगांव के पास मलबा व पत्थर आने के कारण बाधित हुआ यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग आवाजाही के लिए खोल दिया है। यहां मार्ग पर दो घंटे तक आवाजाही बाधित रही।
प्रदेश के ज्यादातर क्षेत्रों में अधिकतम पारा अब भी सामान्य से नीचे
प्रदेश में बीते एक सप्ताह से मौसम लगातार करवट बदल रहा है। तीन दिन लगातार हुई वर्षा-बर्फबारी से पहाड़ से लेकर मैदान तक जन-जीवन प्रभावित रहा। हालांकि, बीते गुरुवार से मौसम ने कुछ राहत दी है। शुक्रवार को भी ज्यादातर क्षेत्रों में आंशिक बादलों के बीच धूप खिली।
दोपहर में धूप खिलने से मैदानी क्षेत्रों में तापमान में वृद्धि हुई। हालांकि, प्रदेश के ज्यादातर क्षेत्रों में अधिकतम पारा अब भी सामान्य से नीचे बना हुआ है।
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार शनिवार को प्रदेश में कहीं-कहीं बादल छाये रह सकते हैं। रुद्रप्रयाग, चमोली, उत्तरकाशी, पिथौरागढ़ और बागेश्वर में हल्की वर्षा-बर्फबारी के आसार हैं। ज्यादातर मैदानी क्षेत्रों में मौसम शुष्क रहने का अनुमान है। देहरादून समेत आसपास के क्षेत्रों में आंशिक बादलों के बीच धूप खिली रहेगी।
मौसम के बदले मिजाज से पंखे, कूलर, एसी का कारोबार हुआ मंदा
आमतौर पर मई में भीषण गर्मी पड़ती है। जिससे राहत पाने के लिए लोगों की ओर से पंखे, कूलर, एसी, फ्रिज, इनवर्टर आदि उत्पादों की मांग की जाने लगती है। मई के महीने में इलेक्ट्रानिक्स बाजार मौसम की तरह ही गर्म रहता है, लेकिन इस साल अप्रैल के बाद मई में भी वर्षा होने के कारण अभी भी मौसम में हल्की ठंडक घुली हुई है।
ऐसे में इन उत्पादों का कारोबार मंदा चल रहा है। जिससे व्यापारियों में मायूसी देखने को मिल रही है। इस साल मई की शुरुआत वर्षा से होने के कारण अभी तक शहर का दिन और रात का तापमान सामान्य से कम चल रहा है। आलम यह कि तीन मई को तो शिक्षानगरी का दिन का तापमान लुढ़ककर 19 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था। जो सामान्य से 17.8 डिग्री सेल्सियस तक कम हो गया था।
जबकि रात का तापमान 16 डिग्री सेल्सियस पर आ गया था। जो सामान्य से 5.8 डिग्री सेल्सियस कम दर्ज किया गया था। वहीं तीन मई को एक ही दिन में शहर में 71 मिमी वर्षा रेकार्ड हुई थी। जिस कारण मई के माह में भी लोगों को हल्की ठंडक महसूस हो रही है। हालांकि अब दो दिन से मौसम साफ हो गया है।
उधर, अभी गर्मी के लिहाज से मौसम राहत भरा होने के कारण पंखे, कूलर, एसी, फ्रिज, इनवर्टर का बाजार मंदा चल रहा है। हरिद्वार रोड स्थित एक दुकान के स्वामी पंकज जिंदल के अनुसार इस साल मौसम बार-बार करवट बदल रहा है। अप्रैल और मई के महीने में वर्षा हुई है। जिस कारण मौसम में अभी गर्मी नहीं है।
ऐसे में एसी, कूलर, पंखे आदि की भी मांग प्रभावित हुई है। वहीं लोगों की खरीदने की क्षमता भी कम देखने को मिल रही है। ग्राहक मोल-भाव अधिक कर रहे हैं। सिविल लाइंस स्थित एक दुकान के स्वामी बलवीर चंदोक के अनुसार इस साल मई की शुरुआत में भी जिस तरह से मौसम बना हुआ है उसमें पंखे भी पूरी रफ्तार से नहीं चल रहे हैं। ऐसे में इलेक्ट्रिकल उत्पादों का बाजार मंदा चल रहा है। उनके अनुसार गत वर्ष की तुलना में इस साल कारोबार में लगभग 75 प्रतिशत तक गिरावट है।