उत्तराखंड में शुरू हुआ चार दिवसीय मिलेट महोत्सव
प्रदेश में 13 से 16 मई तक चार दिवसीय श्रीअन्न (मिलेट) महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को सर्वे स्टेडियम, हाथीबड़कला में श्री अन्न महोत्सव 2023 का शुभारंभ किया।
चार दिन तक चलने वाले इस श्री अन्न महोत्सव में प्रदेशभर से हजारों किसान प्रतिभाग कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर मिलेट्स पर आधारित विभिन्न स्टालों का निरीक्षण किया एवं कृषि विभाग उत्तराखण्ड की पौष्टिक फसलों पर आधारित पुस्तक ‘स्वाद के साथ स्वास्थ्य’ का विमोचन किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज का यह आयोजन ‘श्री अन्न’ को बढ़ावा देने में मील का पत्थर साबित होगा। इस तरह के आयोजनों से न केवल मोटे अनाज की खेती को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि इससे किसानों को भी मोटे अनाजों से संबंधित आवश्यक जानकारियां प्राप्त होंगी। देश में वर्ष 2023 को मिलेट्स ईयर के रूप में मनाया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन व दूरदर्शिता के कारण ही आज समस्त विश्व हमारे देश की परम्परागत फसलों के महत्व को समझ रहा है। भारत के प्रस्ताव पर ही संयुक्त राष्ट्र संघ ने 2023 को अंतर्राष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष घोषित किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्र में मिलेट की खेती को प्रोत्साहित करने के लिए सरकारी योजनाओं के माध्यम से किसानों को प्रोत्साहित करने और रोजगार उपलब्ध कराने का कार्य कर रही है। राज्य के पर्वतीय जिलों के कृषकों से मंडवा, झिंगोरा, चौलाई जैसे मोटे अनाजों की खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कर रही है साथ ही किसानों को इसका ऑनलाइन भुगतान भी किया जा रहा है। इससे न सिर्फ किसानों की आय में बढ़ोतरी हो रही है बल्कि मिलेट उत्पादों के उत्पादन हेतु किसान प्रोत्साहित भी हो रहे है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में सरकार द्वारा मिलेट फसलों को प्रोत्साहन तथा आम जनमानस के भोजन में सम्मिलित करने हेतु लगभग 73 करोड़ रुपए की धनराशि स्टेट मिलेट मिशन को दी गई है। जैविक कृषि के साथ-साथ राष्ट्रीय प्राकृतिक कृषि मिशन योजना का क्रियान्वयन प्रदेश के 11 जनपदों में इस वर्ष से आरम्भ किया जा रहा है। इसके लिए भारत सरकार द्वारा 6400 हेक्टेयर भूमि पर लगभग 796 लाख के कृषि मिशन कार्यक्रम के संचालन की स्वीकृति भी प्रदान कर दी गई है। राज्य में मुख्यमंत्री प्राकृतिक कृषि योजना तथा नमामि गंगे प्राकृतिक कृषि कॉरिडोर योजना द्वारा प्रदेश के अधिक से अधिक कृषि क्षेत्र को प्राकृतिक कृषि के अन्तर्गत आच्छादित करने का लक्ष्य रखा गया है। प्राकृतिक खेती को प्रोत्साहन किये जाने हेतु नियमित अनुश्रवण एवं नियोजन के लिए राज्य प्राकृतिक कृषि बोर्ड का गठन किया जाना भी प्रस्तावित है। उन्होंने प्रदेशवासियों से अपील की है कि लोकपर्वों एवं त्योहारों में श्री अन्न को अवश्य शामिल करें।
इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री श्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि देवभूमि उत्तराखण्ड में प्राचीन काल से ही श्री अन्न की खेती होती थी। देवभूमि उत्तराखण्ड मोटे अनाजों की राजधानी रही है। राज्य में किसानों से मंडुवे को एमसपी पर लेने एवं इसके लिए महिला स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को जो इन्सेन्टिव देने की व्यवस्था की गई यह सराहनीय प्रयास है। उन्होंने कहा कि आज दुनिया श्री अन्न के महत्व को समझ रही है। उत्तर प्रदेश में भी पौष्टिक आहारों को तेजी से प्रमोट किया जा रहा है।
इस अवसर पर विधायक श्रीमती सविता कपूर, श्री बृजभूषण गैरोला, श्री सुरेश गड़िया, किसान आयोग के अध्यक्ष श्री राकेश राजपूत, किसान मोर्चा के अध्यक्ष श्री जोगेन्द्र सिंह पुण्डीर, भाजपा के जिलाध्यक्ष श्री सिद्धार्थ अग्रवाल, सचिव कृषि श्री बी.वी.आर.सी पुरूषोत्तम, निदेशक कृषि श्री गौरी शंकर एवं प्रदेश भर से आये कृषक मौजूद थे।
महोत्सव में लगेंगे विभिन्न स्टाल
महोत्सव में मिलेट से संबंधित कुल 134 स्टाल लगाए जाएंगे। इसमें कृषि एवं रेखीय विभागों के 17 स्टाल, सरकारी एवं गैरसरकारी कृषि विश्वविद्यालय, पंतनगर विश्वविद्यालय, भरसार विश्वविद्यालय विवेकानंद पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान अल्मोड़ा आदि के 10 स्टाल भी होंगे। इंडियन इंस्टीयूट आफ मिलेट रिसर्च आफ हैदराबाद, एनआरएलएम के समूह, कृषि यंत्रीकरण, जैविक समूह, भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) काशीपुर के स्टार्टअप, पंतजलि योगपीठ, उद्योग विभाग के स्टाल लगाए जाएंगे।
महोत्सव में सांयकाल में होंगे सांस्कृतिक कार्यक्रम
मंत्री गणेश जोशी ने बताया कि श्रीअन्न महोत्सव में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए जाएंगे। जिसमें उत्तराखंड के प्रसिद्ध लोक कलाकारों जैसे नरेंद्र नेगी, सौरभ मैठाणी, प्रीतम भरतवाण, माया उपाध्याय सहित कई कलाकारों की ओर से सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी जाएंगी। इसके अतिरिक्त अनंत गोपाल संगीत मंच एवं पर्वतीय रंगमंच, पौड़ी की ओर से मिलेट पर नाट्य मंचन एवं स्वागत गीत प्रस्तुत किया जायेगा।
मिलेट महोत्सव में होगा तकनीकी सत्र
मंत्री ने कहा कार्यक्रम के मुख्य आकर्षण के रूप में उत्तराखंड के मोटे अनाज ( मिलेट) से संबंधित उत्पादों की प्रदर्शनी, राज्य के प्रमुख समूहों की ओर से मिलेट उत्पाद व अन्य उत्पादों का प्रदर्शन, स्टार्टअप के माध्यम से उत्पादों का प्रदर्शन, प्रदेश के प्रमुख होटलों द्वारा फूड फेस्टिवल एंव प्रदेश के प्रमुख लोक-कलाकारों द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रम की झांकिया रहेंगी। श्रीअन्न महोत्सव में 13 मई को मिलेट फसलों पर तकनीकी सत्र भी आयोजित किया जायेगा।