उत्तराखंड में समूह शिक्षक बनाने का झांसा देकर 4 लोगों से 50 लाख रुपए की ठगी
देहरादून: मुनी वेलफेयर सर्विस ने ग्रामीणों को समूह अध्यापक बनाने का लालच देकर उनसे 50 लाख रुपये से अधिक की ठगी की। अदालत के आदेश पर पुलिस ने इस मामले में मामला दर्ज किया है।
उधमसिंहनगर जनपद के गांव कासमपुर के निवासी राजेंद्र सिंह ने एक रिपोर्ट दर्ज करवाई है, जिसमें उन्होंने बताया कि गांव उमरपुर के निवासी मक्खन सिंह ने मनी वेलफेयर सर्विस के माध्यम से उन्हें समूह अध्यापक बनाने का झांसा दिया। इसमें मीनाक्षी चौहान, प्रवेश देवी, रवि कुमार और मीनाक्षी शामिल थे। मक्खन सिंह ने प्रति माह 4 हजार रुपये पंजीकरण शुल्क और 3600 रुपये सिक्योरिटी जमा कराने को कहा। इसके बदले में उन्होंने बताया कि उन्हें 3-3 बच्चों को पढ़ाना होगा और हर महीने 800 रुपये बोनस के रूप में मिलेंगे साथ ही नौकरी भी लगवाने का वादा किया गया।
आरोपी मक्खन सिंह ने सभी के ऑनलाइन समूह अध्यापक केंद्र खुलावाए। सभी ने मक्खन सिंह को 50 लाख रुपये से अधिक की रकम उसे दे दी। मक्खन ने दो महीने में बोनस आने की बात कही थी। हालांकि जब ग्रामीणों ने अपनी रकम जमा करने के बाद दो महीने में बोनस मिलने की उम्मीद की तो उन्होंने देखा कि मुनी वेलफेयर सर्विस की वेबसाइट बंद हो चुकी थी और मक्खन सिंह का फोन भी बंद था। कोतवाल हरेंद्र चौधरी ने बताया कि शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच शुरू कर दी गई है।