गंगोत्री-यमुनोत्री धाम में जाम की समस्या बरकरार, 10 हजार से अधिक तीर्थ यात्रियों ने वाहनों में गुजारी रात
गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में जाम की समस्या से अभी तक मुक्ति नहीं मिल पाई है। उत्तरकाशी से लेकर गंगोत्री के बीच 10 हजार से अधिक तीर्थ यात्रियों ने अपने ही वाहनों में रात गुजारी। मंगलवार की सुबह 6:00 बजे उत्तरकाशी से जो वाहन गंगोत्री के लिए रवाना हुए थे उन वाहनों को गंगोत्री पहुंचने में 22 से 25 घंटे का समय लगा है।रात भर तीर्थ यात्री अपने वाहनों में ही रहे। रात के समय हर्षिल झाला धराली में लंबा जाम लग रहा। इस क्षेत्र में जाम को खुलवाने के लिए पुलिस भी नजर नहीं आई । तीर्थ यात्री धराली क्षेत्र में रात की 2:00 बजे पुलिस को ढूंढते मिले। जिसके बाद धारली के स्थानीय निवासियों ने रात की 10:00 से लेकर सुबह 4 बजे तक जाम खोलने का प्रयास किया।साथ ही कुछ तीर्थ यात्रियों को चाय भी पिलाई। मंगलवार की रात गंगोत्री धाम में भी रात्रि कालीन कपाट बंद होने पर 9:30 तक तीर्थयार्थियों ने दर्शन किए अन्य तीर्थ यात्रियों को बुधवार सुबह होने तक का इंतजार करना पड़ा। वहीं यमुनोत्री धाम में भी रात के समय पैदल यात्रा जारी है। रात 12 बजे से ही तीर्थ यात्री जानकी चट्टी से यमुनोत्री धाम के लिए जा रहे हैं। जो सुबह 4 यमुनोत्री धाम पहुंच रहे हैं।