चार माह पहले बनाई थी हत्या की योजना, डेढ़ माह पहले हायर किए थे शूटर
नानकमत्ता डेरा कारसेवा प्रमुख तरसेम सिंह की हत्या करने वाले एक शूटर अमरजीत सिंह उर्फ बिट्टू का हरिद्वार में एनकाउंटर हो गया है।
अब फरार चल रहे दूसरे शूटर सर्वजीत सिंह की गिरफ्तारी पुलिस के लिए चुनौती है। उसकी गिरफ्तारी के बाद हत्याकांड के असली मास्टरमाइंड व 10 लाख की सुपारी देने वाले का नाम भी सामने आ सकता है। यद्यपि अभी तक पुलिस जांच में सामने आया है कि तरसेम सिंह की हत्या की योजना चार माह पहले बनाई गई थी।
घटना को अंजाम देने के लिए डेढ़ माह पहले शूटर पंजाब से 10 लाख रुपये में हायर किए गए थे। घटना से 11 दिन पहले बाजपुर में उन्हें राइफल उपलब्ध कराई गई थी। पुलिस ने शूटरों के मददगार और राइफल उपलब्ध कराने वाले सात लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
तरसेम सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी थी
28 मार्च को बाइक सवार बदमाशों ने नानकमत्ता डेरा कारसेवा प्रमुख तरसेम सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस दौरान सीसीटीवी में कैद हत्यारों की पहचान तरनतारन (पंजाब) निवासी सर्वजीत सिंह और फतेहगंज, नंगली, अमृतसर (पंजाब) निवासी अमरजीत उर्फ बिट्टू के रूप में हुई थी।
तब से पुलिस इनकी तलाश कर रही थी। गिरफ्तारी न होने से इन दोनों पर इनामी राशि 25-25 हजार से बढ़ाते हुए एक-एक लाख रुपये कर दी गई थी। साथ ही हत्या की साजिश में शामिल शाहजहांपुर निवासी दिलबाग सिंह, अमनदीप सिंह उर्फ काला, हरमिंदर उर्फ पिंदी, बलकार सिंह को गिरफ्तार कर लिया था।
साथ ही शूटरों को बाजपुर में राइफल उपलब्ध कराने वाले पीलीभीत निवासी परगट सिंह, जसपाल सिंह भट्टी उर्फ मिंटू के साथ ही सुल्तान सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। बावजूद इसके दोनों शूटर पुलिस के हाथ नही लगे और न मास्टरमाइंड के संबंध में जानकारी मिल सकी।
पुलिस के अनुसार हत्या के षड़यंत्र में पकड़े गए आरोपितों से हुई पूछताछ में पता चला है कि तरसेम सिंह की हत्या की योजना करीब चार माह पहले बनाई गई थी। हत्या को अंजाम देने के लिए शूटरों को डेढ़ माह पहले हायर किया गया था। जिसके बाद दोनों शूटर सर्वजीत सिंह और अमरजीत सिंह कई बार नानकमत्ता आए। 17 मार्च को उन्हें बाजपुर में एक कार में राइफल उपलब्ध कराई गई थी। जिसके बाद दोनों 19 मार्च को नानकमत्ता आए और वहीं सराय में रहने के लिए कमरा ले लिया।
जहां से उन्होंने तरसेम सिंह की रेकी करनी शुरू कर दी थी। इस बीच दोनों शूटर बाजपुर, पीलीभीत और शाहजहांपुर भी गए। इधर, सोमवार रात शूटर अमरजीत सिंह उर्फ बिट्टू की हरिद्वार में एनकाउंटर के बाद अब पुलिस सर्वजीत सिंह की धरपकड़ में जुट गई है। माना जा रहा है कि सर्वजीत सिंह की गिरफ्तारी के बाद ही तरसेम सिंह की हत्या करवाने वाले मुख्य मास्टरमाइंड के राज से पर्दा उठ सकता है।
अमरजीत ने फुफेरे भाई के साथ काटा था एटीएम
एसएसपी डा.मंजूनाथ टीसी ने बताया कि शूटर अमरजीत सिंह और हत्या के लिए राइफल उपलब्ध कराने वाला जसपाल सिंह भट्टी दोनों मूलरूप से सिहौर बिलासपुर उप्र के रहने वाले हैं। वर्ष 2014 में थाना रुद्रपुर के गावा चौक पर अमरजीत सिंह और जसपाल सिंह ने एटीएम काटा था। इस दौरान गश्त कर रहे पुलिस कर्मी को जब एटीएम से खटखट की आवाज आई तो उसने तत्कालीन एसएसआइ विक्रम राठौर को सूचना दी।
जिस पर एसएसआइ कांस्टेबल कुंदन रौतेला के साथ मौके पर पहुंच गए थे। पुलिस को देख अमरजीत सिंह और जसपाल ने पुलिस टीम पर फायरिंग शुरू कर दी थी। जवाब में पुलिस ने भी फायर किए। जिसके बाद अन्य थानों से भी पुलिस टीम पहुंची और उन्हें घेरकर गिरफ्तार कर लिया था। उनके पास से तमंचा, कारतूस और एटीएम काटने के उपकरण बरामद हुए थे। अमरजीत सिंह और जसपाल पर रुद्रपुर कोतवाली में प्राथमिकी दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया था।
तरसेम सिंह हत्याकांड में कब क्या हुआ
– 28 मार्च को बाइक सवार बदमाशों ने डेरा कारसेवा प्रमुख बाबा तरसेम सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी थी।
– 28 मार्च की शाम को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी नानकमत्ता पहुंचे, हत्यारोपितों की धरपकड़ को 11 टीम गठित की।
– 29 मार्च को सेवानिवृत्त आइएस समेत पांच लोगों पर नानकमत्ता थाने में मुकदमा दर्ज हुआ था।
– 30 मार्च को हत्यारोपित बाइक सवार बदमाशों के इंटरनेट मीडिया में ढाका पहुंचने का पोस्ट वायरल हुआ।
– 31 मार्च को हत्यारोपित बाइक सवार बदमाशों के विरुद्ध गैर जमानती वारंट कोर्ट से जारी हुआ।
– एक अप्रैल को सीसीटीवी में कैद मिले बदमाशों की फुटेज की मदद से पीलीभीत होते हुए शाहजहांपुर पहुंची पुलिस टीम।
– दो अप्रैल को पंजाब के अमृतसर के साथ ही यूपी के कई क्षेत्रों में पुलिस की टीमों ने की छापामारी।
– तीन अप्रैल को एसएसपी ने दोनों शूटरों पर 50 हजार का इनाम किया घोषित।
– चार अप्रैल को पुलिस ने शूटरों के मददगार और 10 लाख में हायर करने वाले चार लोगों को शाहजहांपुर से पकड़ा।
– पांच अप्रैल को पुलिस और एसटीएफ ने बाजपुर में छह लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया।
– छह अप्रैल को नानकमत्ता में तरसेम सिंह के अंतिम अरदास के भोग में मुख्यमंत्री धामी पहुंचे।
– सात अप्रैल को बाजपुर से पुलिस ने शूटरों को राइफल उपलब्ध कराने वाले तीन लोगों को गिरफ्तार किया।
– सात अप्रैल को दोनों शूटरों पर पुलिस मुख्यालय ने घोषित किया एक लाख का इनाम।
– आठ अप्रैल की देर रात हरिद्वार में एसटीएफ और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में शूटर अमरजीत सिंह उर्फ बिट्टा ढेर।