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जोशीमठ में गरजेगा बुलडोजर,

चमोली: भूधंसाव से जूझ रहे जोशीमठ में आज से सुरक्षात्मक कार्य होने हैं। इसके लिए प्रशासन ने नगर को कोर जोन और बफर जोन में बांटा है।

जोन के हिसाब से ही भवनों का चिह्नीकरण और ध्वस्तीकरण किया जाएगा। कोर जोन में डेंजर जोन घोषित किए जा चुके चार वार्डों गांधीनगर, परसारी, सुनील और मनोहर बाग को रखा गया है। नगर के शेष नौ वार्डों को बफर जोन में रखा गया है। इस जोन में भी दरार वाले भवनों का चिह्नीकरण जारी है। मंगलवार से ढहने के कगार पर पहुंच चुके भवनों को गिराने का काम शुरू हो जाएगा। केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान (सीबीआरआई) के वैज्ञानिकों की देखरेख में लोनिवि की टीम भवनों को ढहाने का काम करेगी, दोनों संस्थानों की टीमें जोशीमठ पहुंच गई हैं। सोमवार को टीम ने मलारी इन और व्यू होटल का सर्वे किया था। भवनों को ढहाने की शुरुआत इन्हें ढहाने के साथ ही होगी। सबसे पहले होटल मलारी इन तोड़ा जाएगा। इसके लिए 60 मजदूरों के साथ ही दो जेसीबी, एक बड़ी क्रेन और दो टिप्पर ट्रक मौके पर मौजूद हैं। आपदा प्रबंधन सचिव डॉ.रंजीत सिन्हा के मुताबिक, उन सभी भवनों को सिलसिलेवार गिराया जाएगा, जिनमें दरारें आ चुकी हैं। सबसे पहले असुरक्षित भवन गिराए जाएंगे। इसके लिए विस्फोटकों की मदद नहीं ली जाएगी, बल्कि मजदूरों की मदद से मैकेनिकल तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा।

जोशीमठ में विस्थापन और पुनर्वास के अलावा पुनर्निर्माण कार्य भी होने हैं, इसके लिए राज्य सरकार केंद्र से पैकेज की मांग करेगी। जब तक जोशीमठ में पानी रिस रहा है और राहत कार्य चल रहे हैं, तब तक कोई निर्माण नहीं होगा। जोशीमठ में ड्रेनेज सिस्टम बनाए जाने के लिए सिंचाई विभाग 13 जनवरी को टेंडर खोलेगा। जोशीमठ शहर का एक मास्टर प्लान तैयार होगा। यह जिम्मा शहरी विकास विभाग और आवास को दिया गया है। बता दें कि मुख्य सचिव डॉ.एसएस संधु ने असुरक्षित भवनों को गिराने के निर्देश दिए हैं। किसी भी तरह की शिकायत के लिए जिला प्रशासन की ओर से कंट्रोल रूम जोशीमठ तहसील का नंबर 8171748602 जारी किया गया है। इसके अलावा आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, चमोली के दूरभाष नंबर 01372- 251437,1077 (टोल फ्री) 9068187120 और 7055753124 पर भी शिकायत दर्ज कराई जा सकती है। असुरक्षित भवनों पर लाल निशान लगा दिए गए हैं। प्रशासन के सामने मौसम की भी चुनौती है। बारिश या बर्फबारी की संभावना को देखते हुए सरकार सबसे अधिक असुरक्षित भवनों को तत्काल गिराना चाहती है। असुरक्षित भवनों को गिराने का अभियान आज से शुरू होने जा रहा है।

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