दुखद: उत्तराखंड चार धाम की यात्रा पर आए दो श्रद्धालुओं की हार्ट अटैक से मौत
उत्तरकाशी: चारधाम यात्रा विश्व की सबसे कठिन धार्मिक यात्राओं में से एक है। इसके लिए मन में आस्था होने के साथ शरीर का स्वस्थ होना भी जरूरी है।
जो लोग स्वास्थ्य की अनदेखी कर यात्रा के लिए पहुंच रहे हैं, उनके साथ लगातार दुखद घटनाएं हो रही हैं। इस बार यमुनोत्री धाम की यात्रा पर आए कर्नाटक और महाराष्ट्र दो तीर्थयात्रियों की हृदय गति रुकने से मौत हुई है। यमुनोत्री धाम की यात्रा के दौरान अब तक 11 तीर्थ यात्री अपनी जान गंवा चुके हैं, जबकि गंगोत्री यात्रा पर आए छह तीर्थयात्रियों की हृदय गति रुकने से मौत हो चुकी हैं। यमुनोत्री यात्रा मार्ग पर दो तीर्थयात्रियों की चोटिल होने से भी मौत हुई है। 72 साल के कान्तराज अरस निवासी कर्नाटक की जानकीचट्टी में देर रात मौत हो गई।
इसी तरह शुक्रवार को यमुनोत्री धाम की यात्रा पर आए संग्राम वीराभद्रा पोंगले (63) पुत्र वीराभद्रा पोंगले निवासी नया बाडगांव, महाराष्ट्र की भी यमुनोत्री दर्शन के लिए जाते समय पालीगाड़ के पास हृदय गति रुकने से मौत हुई है। उधर केदारनाथ यात्रा के दौरान पहाड़ी से पत्थर गिरने से एक श्रद्धालु घायल हो गया। जिसे हेली एंबुलेंस के जरिए एम्स ऋषिकेश में भर्ती कराया गया है। डॉ. मानस मदान (44 वर्ष) निवासी अमृतसर, पंजाब अपनी पत्नी संग सीतापुर में पुलिस चेक पोस्ट में अपना रजिस्ट्रेशन चेक करवाने के लिए खड़े थे। इस दौरान ऊपर से पत्थर गिरने से वो गंभीर रूप से घायल हो गए। उनका एम्स ऋषिकेश में इलाज चल रहा है। स्वास्थ्य विभाग ने यात्रियों को यात्रा पर निकलने से पहले हेल्थ चेकअप कराने की सलाह दी है। स्वास्थ्य जांच के लिए जगह-जगह कैंप भी लगाए गए हैं।