बागेश्वर विधानसभा सीट पर कौन संभालेगा पूर्व मंत्री चंदनराम दास की विरासत, इन नामों पर चर्चा
बागेश्वर: प्रदेश की बागेश्वर विधानसभा सीट पर उपचुनाव होने हैं। ये सीट बीजेपी के पास थी। स्वर्गीय चंदनराम दास इस सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे थे, जिन्हें बीजेपी सरकार ने कैबिनेट मंत्री भी बनाया।
उनके निधन के बाद इस सीट पर उपचुनाव होने हैं। बीजेपी दो महीने से इस उपचुनाव की तैयारी में जुटी है। शक्ति केंद्र और बूथ स्तर पर पहले ही बैठकें हो चुकी हैं। मुख्यमंत्री धामी के कार्यक्रम और प्रदेश पदाधिकारियों के प्रवास वहां संपन्न हो चुके हैं। अब बस प्रत्याशी का नाम फाइनल होना है। गुरुवार को उपचुनाव के पैनल पर राज्य संसदीय बोर्ड की बैठक में मंथन हुआ। सीएम, प्रदेश अध्यक्ष के साथ दिग्गज नेताओं ने पांच नामों पर चर्चा की। माना जा रहा है कि इस सीट से बीजेपी पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वर्गीय चंदनराम दास की पत्नी या बेटे को टिकट दे सकती है। गुरुवार को चुनाव संचालन समिति ने संभावित पांच दावेदारों के नामों पर चर्चा के बाद जो तीन नाम छांटे हैं, उनमें दो नाम दास की पत्नी और उनके बेटे का बताया जा रहा है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक विधानसभा चुनाव प्रबंधन टोली ने राज्य संसदीय बोर्ड को पांच नाम भेजे हैं, जिनमें चंदन राम दास की पत्नी पार्वती दास, बेटे गौरव दास और पार्टी के वरिष्ठ नेता जेसी आर्य, दीपा आर्य व मथुरा प्रसाद के नाम शामिल हैं। बताया जा रहा है कि पार्टी का चंदनराम दास की पत्नी को प्रत्याशी बनाए जाने पर जोर है। हालांकि उनके बेटे की भी मजबूत दावेदारी मानी जा रही है। संसदीय बोर्ड अगले दो दिनों में प्रत्याशी की घोषणा कर सकता है। बागेश्वर विधानसभा सीट के लिए 5 सितंबर को मतदान होना है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बागेश्वर उप चुनाव की अधिसूचना जारी कर दी है। यह सीट विधानसभा सदस्य व कैबिनेट मंत्री चंदन रामदास की मृत्यु के बाद रिक्त घोषित की गई थी। मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. वी षणमुगम की ओर से जारी अधिसूचना के मुताबिक, नामांकन जमा करने की अंतिम तिथि 17 अगस्त है। 21 अगस्त को नाम वापस लिए जा सकते हैं। इसके बाद Bageshwar By-Election पर पांच सितंबर को मतदान व आठ सितंबर को मतगणना होगी। यह सीट विधानसभा सदस्य व कैबिनेट मंत्री चंदन रामदास की मृत्यु के बाद रिक्त घोषित की गई थी।