उत्तराखंडचार धामदेहरादूनशासन प्रशासन

मुख्‍यमंत्री पुष्‍कर सिंह धामी ने की यात्रियों से ये अपील

चारधाम यात्रा में उमड़ रही श्रद्धालुओं की भीड़ से साफ है कि इस बार की यात्रा नए कीर्तिमान की ओर बढ़ रही है। ऐसे में यात्रा को सफल और सुरक्षित बनाने की चुनौती सरकार के सामने है। इसी के दृष्टिगत सरकार ने यात्रियों से अपील की है कि यात्रा को लेकर समय-समय पर जारी एसओपी का पालन करें, ताकि सभी को धामों में आसानी से दर्शन हो सकें और यात्रा सुगम व सुरक्षित हो। इसके साथ ही सरकार का प्रयास है कि तीर्थयात्रियों को यात्रा मार्गों पर पडऩे वाले अन्य धार्मिक स्थलों से अवगत कराया जाए, ताकि दूसरे रूट पर भी यात्रियों का आवागमन बढ़े।

चारधाम यानी गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ और बदरीनाथ की यात्रा राज्य की आर्थिकी की रीढ़ मानी जाती है। चमोली, रुद्रप्रयाग व उत्तरकाशी जिलों के असंख्य लोगों की आर्थिकी यात्रा पर टिकी है। चारधाम यात्रा के महत्व को देखते हुए ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दिशा-निर्देशन में सरकार चारों धामों को संवारने में जुटी है।

केदारनाथ धाम का पुनर्निर्माण कार्य अंतिम चरण में है, जबकि बदरीनाथ को स्प्रिच्युअल हिल टाउन के रूप में विकसित किया जा रहा है। गंगोत्री व यमुनोत्री में भी करोड़ों के काम चल रहे हैं। 825 किलोमीटर लंबी आल वेदर रोड बनने से यात्रा अधिक सुगम हुई है।

इस सबके चलते चारधाम यात्रा का आकर्षण अधिक बढ़ा है। साथ ही निरंतर बढ़ रही है तीर्थयात्रियों की संख्या। आंकड़े देखें तो वर्ष 2022 में 46 लाख से ज्यादा श्रद्धालु चारधाम यात्रा पर आए, जबकि वर्ष 2023 में यह आंकड़ा 56 लाख से अधिक रहा।

इस बार 10 मई को यात्रा प्रारंभ होने के बाद से अब तक लगभग नौ लाख श्रद्धालु धामों में दर्शन कर चुके हैं। इसके साथ ही घोड़ा खच्चर, डंडी कंडी, महिला सहायता समूहों, हेली सेवाओं, होटल रेस्टोरेंट, स्थानीय कारोबारियों समेत अन्य वर्गों को अच्छी आय हो रही है।

वहीं, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी चारधाम यात्रा व्यवस्था की निरंतर समीक्षा कर रहे हैं। उनका कहना है कि बेहतर यात्रा व्यवस्था और यात्रियों की सुरक्षा सरकार की पहली प्राथमिकता है। उन्होंने यात्रियों से अपील की है वे पंजीकरण कराने के बाद ही यात्रा पर निकलें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *