मुश्किल हालातो मे भी डोईवाला के किसान कर रहे जैविक खेती….
डोईवाला मे कई किसान जैविक खेती कर उपजा रहे अनाज, फल, सब्जी। हालाकि जैविक खेती मे कम पैदावर होती है, साथ ही लागत ज्यादा लगती है, मगर अच्छे स्वास्थ व निरोगी जीवन के लिए जैविक खेती के द्वारा उपजाई फल, सब्जी, अनाज लाभदायक साबित होती दिख रही है, आपको बता दे की डोईवाला के किसान सतीश पाल लगभग 70 बीघा में जैविक खेती कर रहे है साथ ही उनके द्वारा उपजाये गन्ने से गुड़ बनने का कार्य भी किया जा रहा है, जो कि स्वास्थ के लिए बहुत लाभदायक है। किसान सतीश ने बताया की जैविक खेती मे नुकशान ज्यादा जो जाता है जब फसल में एक बार बीमारी लग जाती है तो उस बीमारी को हम हटा नहीं सकते, क्युकी जैविक खेती मे हम किसी भी रसायनिक दवाई या कीटनाशक दवाइयों का इस्तेमाल नहीं कर सकते, वहीं उन्होंने बताया कि इस खेती में फसल की पैदावार रासायनिक खेती की तुलना में आधे से भी कम होती है साथ ही जैविक खाद , कीटनाशक दवाई आदि प्रोडक्ट महंगे भी मिलते है, वहीं किसान पूरण सिंह ने बताया कि वह पंद्रहा बीस सालो से जैविक खेती कर रहे, जैविक खेती से स्वास्थ सही रहता है और कैंसर, जैसी बड़ी बीमारियों का खतरा कम रहता है सभी किसानो को जैविक खेती की तरफ बढ़ना चाहिए, आज किसान ज्यादा पैदावार के लिए जो रासायनिक दवाईयां ओर कीटनाशक दवाईयां आदि का प्रयोग कर रहे है, जिसका शरीर पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ रहा और बड़ी बड़ी बीमारिया हो रही है । वही जैविक खेती कर रहे किसानो ने सरकार से भी मांग करी है की सरकार जैविक खेती को बढ़ावा दे और जैविक खेती कर रहे किसानो को मदद पहुंचने का काम करे।….