ये हिल स्टेशन कर रहे हैं पर्यटकों का इंतजार
नैनीताल: उत्तराखंड में ठंड दस्तक दे चुकी है।
पहाड़ों में बर्फबारी के बाद ठिठुरन का अहसास होने लगा है। 27 नवंबर को हरिद्वार और ऊधमसिंहनगर को छोड़ सभी जिलों में बारिश हो सकती है। इसे देखते हुए येलो अलर्ट जारी है। पहाड़ों में मौसम खुशगवार है, लेकिन दिल्ली एनसीआर में अभी भी हवा दमघोंटू बनी हुई है। हर कोई फेफड़ों को डिटॉक्स करने के लिए पहाड़ों की सैर पर निकलने की प्लानिंग कर रहा है। अगर आप भी ऐसा सोच रहे हैं तो उत्तराखंड आपके स्वागत के लिए तैयार है। उत्तराखंड की गुलाबी सर्दी और ताजा बर्फबारी का नजारा आपको अद्भुत लगेगा। चलिए अब आपको उत्तराखंड के उन पर्यटन स्थलों के बारे में बताते हैं, जहां आप अपनी छुट्टियों को यादगार बना सकते हैं। इस लिस्ट में पहला नाम नैनीताल का है। समुद्रतल से 6358 फीट की ऊंचाई पर स्थित नैनीताल में साल के बारहों महीने ठंड रहती है, लेकिन नवंबर, दिसंबर और जनवरी में यहां बर्फबारी के बाद नजारे देखने लायक होते हैं। नैनीताल में आप नैनी झील और मां नैना देवी मंदिर के दर्शन कर सकते हैं।
माल रोड पर घूमने का लुत्फ उठा सकते हैं। चिड़ियाघर और अयारपट्टा हिल टिफिन टॉप भी यहां का मुख्य आकर्षण हैं। नैना पीक, केव गार्डन के अलावा आप गुर्नी हाउस, स्नो व्यू पॉइंट और सेंट जॉन चर्च भी दर्शनीय हैं। इन दिनों नैनीताल का तापमान अधिकतम 16 डिग्री व न्यूनतम 5 डिग्री सेल्सियस बना हुआ है। काठगोदाम से नैनीताल की दूरी करीब 35 किलोमीटर है। सड़क मार्ग से ये दूरी करीब डेढ़ घंटे में तय हो जाती है। बात पर्यटन की हो रही है तो मसूरी का जिक्र करना तो बनता है। पहाड़ों की रानी मसूरी उत्तराखंड के सबसे ज्यादा लोकप्रिय शहरों में से एक है। यहां कैमल्स बैक रोड, गन हिल और माल रोड पर चहलकदमी की जा सकती है। लाल टिब्बा भी मसूरी का दर्शनीय स्थल है। यहां स्थित लाल टिब्बा मसूरी का सबसे ऊंचा प्वाइंट कहा जाता है। इसके अलावा मसूरी में मसूरी लेक, केम्प्टी फॉल, म्युनिसिपल गार्डन और शेडअप चोपेलिंग मंदिर भी दर्शनीय स्थल हैं। देहरादून से मसूरी की दूरी 36 किलोमीटर है। सड़क मार्ग से ये दूरी 1 घंटा 20 मिनट में तय हो जाती है। जौलीग्रांट हवाई अड्डा यहां का नजदीकी हवाई अड्डा है। यहां दिसंबर शुरुआत में बर्फबारी हो सकती है। नैनीताल और मसूरी के अलावा आप कौसानी भी जा सकते हैं, जिसे भारत का स्विट्जरलैंड कहा जाता है। अल्मोड़ा से कौसानी 53 किलोमीटर दूर है। यहां बर्फ से ढकी नंदा देवी की चोटी का अद्भुत नजारा दिखाई देता है। कौसानी से चौखंबा पर्वत, नीलकंठ पर्वत, नंदा घुंटी पर्वत, त्रिशूल पर्वत, नंदा देवी पर्वत, नंदा खाट पर्वत, नंदा कोट पर्वत और पंचाचूली पर्वतों की चोटियां दिखाई देती हैं। यहां का नजदीकी रेलवे स्टेशन काठगोदाम है। यहां से आप टैक्सी या सरकारी ट्रांसपोर्ट से कौसानी पहुंच सकते हैं। तो फिर अगर आप भी अपने सफर को यादगार बनाने के लिए पर्यटन स्थल ढूंढ रहे हैं तो उत्तराखंड आपके लिए बेस्ट ऑप्शन है। देर न कीजिए और उत्तराखंड की खूबसूरत वादियों में चले आइए।