उत्तराखंडदेहरादूननगर निगमहेल्थ

*विभागों को दिए गए 24 घंटे के अल्टीमेटम के बाद महापौर उतरे सड़कों पर

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*विभागों को दिए गए 24 घंटे के अल्टीमेटम के बाद महापौर उतरे सड़कों पर*

*अधिकारियों के कसे पेच, स्मार्ट सिटी पर लगाया जुर्माना*

*निर्माण क्वालिटी के घटिया होने पर भरे सैंपल जांच के दिया आदेश*

*ईसी रोड पर बना रहे फुटपाथ के जिग-जेग होने पर जताई कड़ी आपत्ति ठीक करने के लिए निर्देश*

डेंगू को लेकर नगर निगम तमाम कसरत कर रहा है, परंतु विभिन्न विभागों द्वारा खोदी गई सड़कों, नालियों, फुटपाथों, पेयजल लाइनो इत्यादि खुली होने की वजह से निगम के फागिंग अभियानों, जन जागरूकता अभियानों और लारवा नष्ट करने के अभियानों पर लग रहा है पलीता (क्योंकि डेंगू के कैसे कम होने का नाम ही नहीं ले रहे).

उपरोक्त के संबंध में महापौर देहरादून श्री सुनील उनियाल गामा जी द्वारा नगर में निर्माणधीन कार्यों से संबंधित विभागों के उच्च अधिकारियों की बैठक ली गई थी। जिसमें महापौर ने स्पष्ट कहा था कि 24 घंटे के अंदर निर्माणदाई कार्यों के दौरान हुए गड्ढों को भरें और नालियों को ढके, जिसकी 24 घंटे बीतने के बाद आज महापौर श्री सुनील उनियाल गामा जी ने सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों को साथ लेकर निरीक्षण किया।

निरीक्षण के पहले ही क्रम में बिंदाल पुल के निकट स्मार्ट सिटी की घोर लापरवाही उजागर हुई, जिसमें बारिश का साफ-साफ जल गड्ढे में रिस रहा था और डेंगू के लारवा को पनपाने में सहायता कर रहा था, यह देख महापौर सुनील उनियाल गामा जी ने अधिकारियों को जमकर लताड़ा और स्वयं डेंगू लार्वा को समाप्त करने वाले स्प्रे का छिड़काव किया। मौके पर ही महापौर ने निगम अधिकारियों को स्मार्ट सिटी पर भारी भरकम जुर्माना करने के निर्देश दिए।

इसके उपरांत महापौर अधिकारियों संग राजपुर रोड उमंग साड़ी के सामने वाले स्मार्ट सिटी के कार्य का निरीक्षण करने पहुंचे वहां भी कार्यों की तय सीमा के अंतर्गत ना संपूर्ण होने की बात सामने आई साथ ही साथ साफ वर्षा जल के जमने की भी कई जगह पर प्रमाण मिले। ना विभाग के पास जवाब था ना ठेकेदार के पास, मानो सब बहाना बनाकर अपनी जिम्मेदारियां से मुंह फेर रहे हो।

तीसरे चरण के निरीक्षण में सर्वे चौक से इसी रोड की तरफ निरीक्षण में महापौर ने पाया कि फुटपाथ सीधी रेखा में ना बनाकर जिग-जेग आकार में बन रहा है, जिससे आने वाले समय में यातायात और फुटपाथ पर पैदल चलने वाले नागरिकों को कठिनाई का सामना करना पड़ सकता है। इसके संबंध में महापौर ने वहीं पर मौजूद उच्च अधिकारियों को त्वरित फुटपाथ को ठीक करने के निर्देश दिए। यहां की नालियों में भी स्वच्छ वर्षा जल का रिसाव साफ पाया गया।

इसी रोड पर फुटपाथ बनाने में इस्तेमाल होने वाले पदार्थ की उचित मात्रा इस्तेमाल न होने और मटेरियल की क्वालिटी पर संदेह होने पर महापौर ने सैंपल भरवा कर निगम अधिकारियों को सैंपल के संपूर्ण जांच के आदेश भी दिए।

निरीक्षण के अंतिम चरण पर हरिद्वार रोड पर विगत दो महीना से ज्यों के त्यों पड़े नाली निर्माण कार्य पर महापौर श्री सुनील उनियाल गामा जी ने सिंचाई विभाग के उच्च अधिकारियों को मौके पर ही फटकार लगाई और उन्हें 31 अक्टूबर से पहले संपूर्ण हरिद्वार रोड के कार्यों को पूरा करने के निर्देश दिए।

जहां शहर में एक और जगह-जगह खुदाई होने के कारण यातायात बुरी तरह से प्रभाव हो रहा है वहीं दूसरी और गड्ढे नालियों और निर्माण के दौरान खोदे गए रास्तों पर स्वच्छ पानी के जल के जमा होने से डेंगू निरंतर फैल रहा है।

महापौर श्री सुनील उनियाल गामा जी ने बताया कि जहां-जहां जिन विभागों की कमी मिली है उन पर अवश्य ही कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।

निरीक्षण के दौरान सह नगर आयुक्त श्री गोपाल राम बिनवाल, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अविनाश खन्ना, स्मार्ट सिटी के एजीएम श्री जगमोहन चौहान, नगर निगम पीडब्ल्यूडी के एक्शन श्री जेपी रतूड़ी, पीयू के प्रोजेक्ट मैनेजर श्री प्रवीण कुश, जल संस्थान के एक्शन श्री आशीष भट्ट, स्मार्ट सिटी एक्शन मदन मोहन सिंह पुंडीर इत्यादि उपस्थित रहे।

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