19 लाशें बरामद, 10 लोग अभी भी लापता
उत्तरकाशी में हुए हिमस्खलन में मरने वालों की संख्या बढ़कर 19 हो गई है. उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि दरार से कुल 19 शव बरामद किए गए हैं. आज उन्नत हल्के हेलीकाप्टर से शवों को मतली हेलीपैड तक लाने का प्रयास किया जाएगा. कुल 30 बचाव दल तैनात किए गए हैं. माना जा रहा है कि 10 पर्वतारोही अब भी लापता हैं. पर्वतारोही चढ़ाई के बाद लौटते समय 17 हजार फुट की ऊंचाई पर द्रौपदी का डांडा-द्वितीय चोटी पर मंगलवार को हिमस्खलन की चपेट में आ गये थेपैदल गई एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, आईटीबीपी की टीम बुधवार को घटना स्थल से तीन घंटे की दूरी तक पहुंच गई थी। गुरुवार को रेस्क्यू टीम करीब साढ़े सात बजे घटनास्थल पर पहुंची और रेस्क्यू अभियान शुरू किया। जबकि हाई एल्टीट्यूड वॉर वेलफेयर स्कूल गुलमर्ग की टीम मातली हेलीपैड से सीधे घटना स्थल पर उतरी। पिछले 12 साल में दूसरी बार कुमार ऐसे हादसे में बाल बाल बचे हैं. वह 2010 में ‘‘जवाहर इन्स्टीट्यूट ऑफ माउंटेनियरिंग एंड विंटर स्पोर्ट्स’ की गुलमर्ग शाखा में पदस्थ थे. तब वह 250 सदस्यों की पर्वतारोही टीम का हिस्सा थे और इसी तरह हिमस्खलन में फंस गए थे. कुमार तो बाल बाल बच गए लेकिन उनके 18 प्रशिक्षु पर्वतारोही इस हादसे में मारे गए थे. उन्होंने कहा ‘‘लेकिन द्रौपदी का डांडा द्वितीय पर जो हिमस्खलन हुआ वह अधिक भयावह था.’