800 लोगों की भीड़ में मारी गोली, बेटे के अभिनय का वीडियो बना रहे थे अधिवक्ता; वारदात से सहमे लोग
कुसुमखेड़ा में सोमवार देर रात रामलीला के दौरान अधिवक्ता उमेश नैनवाल की हत्या से सनसनी मच गई। हत्या जिस समय हुई, उस समय रामलीला का मंचन देखने के लिए 800 लोगों की भीड़ मौजूद थी। उमेश का बेटा परशुराम का अभिनय कर रहा था और उमेश खड़े होकर उसका वीडियो बना रहे थे, तभी दिनेश ने उन्हें गोली मर दी। अचेत होकर उमेश जमीन पर गिर पड़े। इससे अफरा-तफरी मच गई।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार उमेश और उनका पूरा परिवार कमलुवागांजा में रामलीला देखने के लिए आया था। सोमवार को राम बारात और परशुराम लक्ष्मण संवाद का मंचन होना था। परशुराम का किरदार उमेश नैनवाल का बेटा आदित्य निभा रहा था। धनुष टूटते ही राम बारात निकलने लगी। लोग तालियां बजा रहे थे और पटाखे फोड़े जा रहे रहे थे।