DGP के सड़क दुर्घटनाओं को लेकर बड़े निर्देश, 1 हफ्ते में पेश होगी चारधाम यात्रा रिपोर्ट
देहरादून: उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक (DGP) अभिनव कुमार ने बुधवार सुबह अधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक की। जिसमें उन्होंने राज्य में अपराध, कानून व्यवस्था और यातायात प्रबंधन से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की।
पुलिस महानिदेशक (DGP) अभिनव कुमार ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जोन और जिला प्रभारियों, पुलिस अधीक्षकों और एसटीएफ तथा रेलवे के अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने इस बैठक में सभी जिला प्रभारियों को अपराधों का पंजीकरण अनिवार्य रूप से किया जाने तथा थाना एवं सर्किल स्तर पर अपराध दर में वृद्धि एवं कमी के कारणों की समीक्षा किए जाने के निर्देश दिए।
डीजीपी/आईजीपी कांफ्रेंस में बीएनएस की सफलता की कहानी को उजागर करने के प्रभारियों को आदेश के साथ ही पुराने कानूनों की तुलना में नए कानून से आम लोगों को क्या सुविधा हुई है, इसकी डिटेल मुख्यालय तक पहुंचाई जाए।
नए कानूनों में बीएनएस के तहत दर्ज मामलों की कानूनी प्रक्रिया का गहन अध्ययन किया जाए। संबंधित थाना स्तर पर कार्मिकों को प्रशिक्षण दें तथा वर्ष 2025 से संबंधित जिला प्रभारी पर्यवेक्षण के लिए होंगे जिम्मेदार।
सम्पत्ति वसूली में 61 प्रतिशत से कम प्रदर्शन करने वाले जिलों को सम्पत्ति वसूली प्रतिशत बढ़ाने के निर्देश. मैदानी व पर्वतीय जिलों के अपराध संबंधी आंकड़ों का होगा अलग-अलग तुलनात्मक मूल्यांकन.
राज्य के इनामी अपराधियों के विरुद्ध करें प्रभावी कार्रवाई. राज्य के असामाजिक तत्वों के खिलाफ दर्ज करें मामले.
‘ऑपरेशन स्माइल’ के माध्यम से गुमशुदा लोगों को उनके परिजनों से मिलाने के लिए प्रभावी अभियान चलाकर कार्रवाई के निर्देश। हितधारकों के साथ समन्वय स्थापित करें, उन्हें नियमों के बारे में दें उचित जानकारी।
एक हफ्ते में पेश करें चारधाम यात्रा की रिपोर्ट
डीजीपी अभिनव कुमार ने कहा कि आगामी वर्ष में चारधाम यात्रा का सुचारू संचालन सुनिश्चित करें। इस संबंध में मुख्यालय स्तर से पूर्व में भेजे गए दिशा-निर्देशों का अनुपालन करते हुए इलेक्ट्रॉनिक साइन बोर्ड लगाने, होल्डिंग एरिया क्षमता एवं पार्किंग क्षेत्र को चिह्नित करने के निर्देश दिए गए। सभी जिलों को चारधाम यात्रा के दौरान आने वाली समस्याओं, सुझावों को प्राथमिकता के आधार पर एक सप्ताह के भीतर उपलब्ध कराने के निर्देश।
सड़क दुर्घटनाओं के हॉटस्पॉट, ओवरलोडिंग में केस
डीजीपी ने पिछले 10 वर्षों में पूरे प्रदेश में ओवरलोडिंग के कारण हुई सड़क दुर्घटनाओं के हॉट स्पॉट की पहचान करने तथा ऐसे स्थानों पर विशेष साइनेज बोर्ड, ग्लोइंग बोर्ड, क्रैश बैरियर आदि लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ओवरलोडिंग के कारण होने वाली सड़क दुर्घटनाओं के मामले में एसओपी में दिए गए दिशा-निर्देशों के अनुसार वाहन मालिक, चालक, कंडक्टर के खिलाफ मामला दर्ज किया जाना चाहिए।
राफ्टिंग के माध्यम से सफाई सन्देश
बैठक में आगामी वर्ष उत्तराखण्ड राज्य के 25वें स्थापना दिवस पर आईटीबीपी के साथ उत्तराखण्ड पुलिस का संयुक्त नंदा देवी अभियान आयोजित करने तथा गंगोत्री से हरिद्वार तक राफ्टिंग के माध्यम से गंगा सफाई अभियान कार्यक्रम तथा जिला एवं राज्य स्तर पर अन्य जन जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने पर विचार किया गया।